रायगढ़ :- शहीद वीर नारायण सिंह शासकीय महाविद्यालय जोबी-बर्रा के तत्वावधान में गत दिवस को बीएससी संकाय के विद्यार्थियों को रेशम ग्रामोद्योग के तहत शैक्षणिक भ्रमण पर ले जाया गया। प्राचार्य श्री रविन्द्र कुमार थवाईत के नेतृत्व एवं सहायक प्राध्यापक डॉ.ज्ञानमणी एक्का की अगुआई में प्राणी शास्त्र विभाग द्वारा आयोजित एक दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण में बीएससी प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष कक्षा के छात्र-छात्राओं को ग्राम बर्रा स्थित रेशम ग्रामोद्योग विभाग ले जाया गया। यहां विद्यार्थियों को कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं, उन्हें रेशम व रेशम विभाग की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से बताया गया। साथ ही बच्चों ने इस शैक्षणिक भ्रमण में पिकनिक जैसा लुफ्त उठाया।
शैक्षणिक भ्रमण में रेशम विभाग के पर्यवेक्षक व निरीक्षक श्री राम कुमार पटेल द्वारा बताया गया कि रेशम एक प्राकृतिक प्रोटीन से बना रेशा है जो कि रेशम कीटों द्वारा तैयार किया जाता है। रेशम के कई प्रकार होते हैं। जिसमें रायगढ़ जिले में टसर रेशम का सर्वाधिक उत्पादन किया जाता है।
उन्होंने रेशम कीट के जीवन चक्र की जानकारी के साथ-साथ एक कोकून से रेशम के धागे बनने तक कि विस्तृत जानकारी विद्यार्थियों को प्रदान की गई। वहीं रेशम लघु उद्योग को प्रोत्साहन देने वाली सरकार की योजनाओं के बारे में अवगत कराया। इस अवसर पर प्राचार्य श्री थवाईत ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों में शिक्षा का एक आयाम पर्यटन शिक्षा भी होता है। पर्यटन से वास्तविक दृश्य रूप का अवलोकन होता है, जिससे ज्ञान का विस्तार होता है। प्राचीन काल की शिक्षण पद्धति में विजुअल पर अधिक फोकस किया जाता था। आज की आधुनिकतम शिक्षण प्रणाली में विद्यार्थी वर्ग को प्रकृति और वास्तविकता से जितना जोड़ा जाएगा उतना ही उनके कौतुहल में अधिकाधिक वृद्धि होगी। डॉ.एक्का से प्राप्त जानकारी के अनुसार शैक्षणिक भ्रमण को सफल बनाने में सहायक प्राध्यापक श्री एसपीदर्शन, श्री वासुदेव पटेल, अतिथि व्याख्याता श्री राहुल राठौर, श्री रितेश राठौर, श्री रामनारायण जांगड़े, सुश्री प्राची पटेल एवं कार्यालय कर्मचारी से श्री मोहन सारथी व बीएससी संकाय के समस्त छात्र-छात्राओं का विशेष योगदान रहा।